Chapter "Diye Jal Utthe" explains the cardinal concepts of Indian Literature in the backdrop of Class 9 Hindi Sanchayan 28 syllabus. The fusion at Orchids International School—Academic Excellence with Innovative Teaching—helps the student deep dive into a seminal text like this one. This PDF of Class 9 Hindi Sanchayan 28 comprises many useful resources that help students understand and relate themselves to this significant piece of literature.
The NCERT Solutions Class 9 Hindi Sanchayan Chapter 28: Diye Jal Utthe are tailored to help the students master the concepts that are key to success in their classrooms. The solutions given in the PDF are developed by experts and correlate with the CBSE syllabus of 2023-2024. These solutions provide thorough explanations with a step-by-step approach to solving problems. Students can easily get a hold of the subject and learn the basics with a deeper understanding. Additionally, they can practice better, be confident, and perform well in their examinations with the support of this PDF.
Download PDF
Students can access the NCERT Solutions Class 9 Hindi Sanchayan Chapter 28: Diye Jal Utthe. Curated by experts according to the CBSE syllabus for 2023–2024, these step-by-step solutions make Hindi much easier to understand and learn for the students. These solutions can be used in practice by students to attain skills in solving problems, reinforce important learning objectives, and be well-prepared for tests.
किस कारण से प्रेरित होकर स्थानीय कलेक्टर ने पटेल को गिरफ़्तार करने का आदेश दिया?
दांडी-कूच की तैयारी के सिलसिले में वल्लभभाई पटेल ७ मार्च को रास पहुँचे थे। उन्हें वहाँ भाषण नहीं देना था लेकिन पटेल ने लोगों के आग्रह पर ‘दो शब्द’ कहना स्वीकार कर लिया। उन्होंने लोगों से सत्याग्रह के लिए तैयार होने के लिए कहा। इस कार्य को शासन के विरुद्ध माना गया था। यही कारण था कि स्थानीय कलेक्टर ने पटेल को गिरफ़्तार करने का आदेश दिया।2. जज को पटेल की सज़ा के लिए आठ लाइन के फ़ैसले को लिखने में डेढ़ घंटा क्यों लगा?
जज को पटेल की सज़ा के लिए आठ लाइन के फ़ैसले को लिखने में डेढ़ घंटा क्यों लगा?
सरदार पटेल को गिरफ़्तार करके पुलिस के पहरे में ही बोरसद की अदालत में लाया गया। जज किस धारा के तहत और कितनी सजा सुनाएँ फैसला नहीं कर पा रहे थे क्योंकि अपराध तो कोई था ही नहीं और गिरफ़्तार हुई थी साथ ही सरदार पटेल ने अपराध स्वयं स्वीकार कर लिया था।
इसलिए उन्हें आठ लाइन का फैसला देने में डेढ़ घंटा लगा दिया।
“मैं चलता हूँ। अब आपकी बारी है।” – यहाँ पटेल के कथन का आशय उद्धृत पाठ के संदर्भ में स्पष्ट कीजिए।
पटेल के कथन का आशय उद्धत पाठ के संदर्भ में यह है कि उन्हें सरकार ने अकारण गिरफ्तार कर लिया था। तब उन्होंने कहा मैं जानता हूँ कि मेरे जाने से यह यात्रा नहीं टलेगी। मुझे हटाया जाएगा, तो और वल्लभभाई खड़े हो जाएँगे। उन्हें पता था गांधीजी इस आन्दोलन को आगे बढाएँगे। इसलिए उन्हें सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा – मैं चलता हूँ। अब आपकी बारी है।
“इनसे आप लोग त्याग और हिम्मत सीखें” – गांधीजी ने यह किसके लिए और किस संदर्भ में कहा?
गांधी जी एक बार रास गए। वहाँ उनका भव्य स्वागत हुआ। रास समुदाय के लोग इसमें सबसे आगे थे। जो दरबार कहलाते हैं। ये रियासतदार होते हैं। गोपालदास और रविशंकर महाराज जो दरबार थे, वहाँ मौजूद थे। ये दरबार लोग अपना सब कुछ छोड़कर यहाँ आकर बस गए थे। उनका यह त्याग एवं हिम्मत सराहनीय है। गांधी जी ने इन्हीं के जीवन से प्रेरणा लेने को लोगों से कहा कि इनसे आप लोग त्याग और हिम्मत सीखें। धैर्य, त्याग और साहस के द्वारा ही अंग्रेजी शासन को बाहर खदेड़ा जा सकता है।
“इनसे आप लोग त्याग और हिम्मत सीखें” – गांधीजी ने यह किसके लिए और किस संदर्भ में कहा?
गांधी जी एक बार रास गए। वहाँ उनका भव्य स्वागत हुआ। रास समुदाय के लोग इसमें सबसे आगे थे। जो दरबार कहलाते हैं। ये रियासतदार होते हैं। गोपालदास और रविशंकर महाराज जो दरबार थे, वहाँ मौजूद थे। ये दरबार लोग अपना सब कुछ छोड़कर यहाँ आकर बस गए थे। उनका यह त्याग एवं हिम्मत सराहनीय है। गांधी जी ने इन्हीं के जीवन से प्रेरणा लेने को लोगों से कहा कि इनसे आप लोग त्याग और हिम्मत सीखें। धैर्य, त्याग और साहस के द्वारा ही अंग्रेजी शासन को बाहर खदेड़ा जा सकता है।
पाठ द्वारा यह कैसे सिद्ध होता है कि – ‘कैसी भी कठिन परिस्थिति हो उसका सामना तात्कालिक सूझबूझ और आपसी मेलजोल से किया जा सकता है।’ अपने शब्दों में लिखिए।
‘कैसी भी कठिन परिस्थिति हो उसका सामना तात्कालिक सूझबूझ और आपसी मेलजोल से किया जा सकता है।’ इस कथन पर प्रकाश डालने के लिए पाठ का एक प्रसंग – गांधी जी अपनी दांडी यात्रा पर थे। उन्हें मही नदी पार करनी थी। ब्रिटिश सरकार ने नदी के तट के सारे नमक भंडार हटा दिए थे। वे अपनी यह यात्रा किसी राजघराने के इलाके से नहीं करना चाहते थे। जब वे कनकपुरा पहुँचे तो एक घंटा देर हो गई। इसलिए गांधी जी ने कार्यक्रम में परिवर्तन करने का निश्चय किया कि नदी को आधी रात में समुद्र में पानी चढ़ने पर पार किया जाए ताकि कीचड़ और दलदल में कम से कम चलना पड़े। तट पर अँधेरा था। इसके लिए लोगों ने सूझबूझ से काम लिया और थोड़ी ही देर में हज़ारों दिए जल गए। हर एक के हाथ में दीया था। इससे अँधेरा मिट गया। दूसरे किनारे भी इसी तरह लोग हाथों में दीये लेकर खड़े थे। गांधी जी के मिलन और सूझबूझ ने कठिन परिस्थितियों पर काबू पाकर लोगों के ह्दय में स्थान बना लिया।
महिसागर नदी के दोनों किनारों पर कैसा दृश्य उपस्थित था? अपने शब्दों में वर्णन कीजिए।
रात के १२ बजे महिसागर नदी के दोनों किनारों पर हज़ारों लोग अपने हाथों में जलते दिये लेकर खड़े थे क्योंकि वे गांधी जी का और सत्याग्रहियों के आने का इंतज़ार कर रहे थे। उस समय अँधेरा था। गांधी जी को भी रोशनी की आवश्यकता थी। चारों ओर’ महात्मा गांधी की जय, सरदार पटेल की जय और जवाहर लाल नेहरु की जय के नारे गूँज रहे थे। इन्हीं नारों के बीच गांधी जी की नाव रवाना हुई।गांधीजी के नदी पार करने के बाद भी तट पर दिये लेकर खड़े लोग अन्य सत्याग्रहियों की प्रतीक्षा में खड़े ही रह गए।
“यह धर्मयात्रा है। चलकर पूरी करूँगा।” गांधीजी के इस कथन द्वारा उनके किस चारित्रिक गुण का परिचय प्राप्त होता है?
“यह धर्मयात्रा है। चलकर पूरी करूँगा।” गांधीजी का यह कथन उनके अटूट साहस, उत्साह और तीव्र लगन का परिचय देता है। गांधी जी धर्म यात्रा के लिए वाहनों का प्रयोग नहीं करना चाहते थे। उनके अनुसार यात्रा में कष्ट सहना पड़ता है। लोगों का दर्द समझना पड़ता है। तभी यात्रा सफल होती है। गांधी जी सत्यवादी, अहिंसाप्रिय, सदाचारी, देशभक्त,धार्मिक, विद्वान, कर्तव्यनिष्ठ, दृढ़ निश्चयी व्यक्ति थे।
गांधी को समझने वाले वरिष्ठ अधिकारी इस बात से सहमत नहीं थे कि गांधी कोई काम अचानक और चुपके से करेंगे। फिर भी उन्होंने किस डर से और क्या एहतियाती कदम उठाए?
गांधी जी सत्यवादी, अहिंसाप्रिय, सदाचारी, देशभक्त, धार्मिक, विद्वान, कर्तव्यनिष्ठ, दृढ़ निश्चयी व्यक्ति थे। उनकी इन्हीं व्यक्तित्व विशेषताओं से वरिष्ठ अधिकारी भी परिचित थे कि गाँधीजी कोई भी काम चोरी से नहीं करेंगे।
ब्रिटिश शासकों में एक वर्ग ऐसा था जिसे लग रहा था गांधी जी और उनके सत्याग्रही मही नदी के किनारे अचानक पहुँचकर कानून तोड़ देंगे। इसलिए उन्होंने एतियाहत के तौर पर नदी के तट पर बने हुए सारे नमक के भण्डारों को नष्ट कर दिया।
गांधीजी के पार उतरने पर भी लोग नदी तट पर क्यों खड़े रहे?
गांधीजी के नदी पार करने के बाद भी तट पर दिये लेकर खड़े लोग अन्य सत्याग्रहियों की प्रतीक्षा में खड़े थे। क्योंकि गाँधीजी की तरह अन्य सत्याग्रहियों को भी नदी पार करवानी थी।
गांधीजी के पार उतरने पर भी लोग नदी तट पर क्यों खड़े रहे?
गांधीजी के नदी पार करने के बाद भी तट पर दिये लेकर खड़े लोग अन्य सत्याग्रहियों की प्रतीक्षा में खड़े थे। क्योंकि गाँधीजी की तरह अन्य सत्याग्रहियों को भी नदी पार करवानी थी।
Admissions Open for 2025-26
The NCERT solution for Class 9 Chapter 28: Diye Jal Utthe is important as it provides a structured approach to learning, ensuring that students develop a strong understanding of foundational concepts early in their academic journey. By mastering these basics, students can build confidence and readiness for tackling more difficult concepts in their further education.
Yes, the NCERT solution for Class 9 Chapter 28: Diye Jal Utthe is quite useful for students in preparing for their exams. The solutions are simple, clear, and concise allowing students to understand them better. They can solve the practice questions and exercises that allow them to get exam-ready in no time.
You can get all the NCERT solutions for Class 9 Hindi Chapter 28 from the official website of the Orchids International School. These solutions are tailored by subject matter experts and are very easy to understand.
Yes, students must practice all the questions provided in the NCERT solution for Class 9 Hindi Chapter 28: Diye Jal Utthe as it will help them gain a comprehensive understanding of the concept, identify their weak areas, and strengthen their preparation.
Students can utilize the NCERT solution for Class 9 Hindi Chapter 28 effectively by practicing the solutions regularly. Solve the exercises and practice questions given in the solution.